सम्माननीय पाठकों
मेरा बचपन म.प्र. के हरदा जिले के टिमरनी नामक नगर में बीता। लगभग २५ वर्षों तक यहां निवास करने के कारण इस नगर से मुझे बेहद लगाव है। विद्वत्ता के क्षेत्र में "छोटी काशी" के नाम से प्रसिध्द इस नगर में कई उच्च कोटि के कवि एवं साहित्यकार हैं।इस नगर में अनेक प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं का उद्भव व विकास हुआ है। वर्ष २००० में ऐसी ही एक प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था "सुरभि" के अध्यक्ष होने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ था। " कवियों की चौपाल" नामक यह ई-पत्रिका उस संस्था एवं टिमरनी नगर के कवि मित्रों एवं साहित्यकारों को सादर समर्पित है। आप सभी रचनाकरों से स्नेहिल निवेदन है कि वे इस पत्रिका को रचनात्मक सहयोग प्रदान करें। ऐसे कवि जो ब्लाग लेखन में रूचि रखते हों और जिनके पास इंटरनेट की सुविधा हो वे हमारी पत्रिका से सीधे जुड़ सकते हैं एवं घर बैठे हमारी पत्रिका में अपने लेख और रचना लिख सकते हैं। यदि आप हमारी पत्रिका से जुड़ना चाहते हैं तो अपना संक्षिप्त परिचय और ई-मेल पता हमें शीघ्र निम्न पते पर ई-मेल करें।
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रविवार, 14 फ़रवरी 2010
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