रविवार, 28 फ़रवरी 2010

बुरा न मानो , होली है !

जब सबके ही मुँह काले होँ , फिर किसका मुँह
हम लाल करेँ ?
इस असमंजस मेँ बैठे हैँ , किस रंग का
इस्तेमाल करेँ ?
- रमेश दीक्षित , टिमरनी ।
सभी मित्रोँ , परिचितोँ , शुभ - चिन्तकोँ और स्नेहीजनोँ को होली की बहुत - बहुत
शुभ - कामनाएँ ।

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